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Maha Kumbh 2025: “भगवान योगी जी को दीर्घायु दे,” महाकुंभ के इंतजामों को देखकर सुधा मूर्ति का बयान

Maha Kumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु पवित्र संगम में स्नान करने पहुंचे हैं। इस ऐतिहासिक अवसर पर राज्यसभा सांसद और समाजसेवी सुधा मूर्ति भी महाकुंभ में शामिल हुईं। उन्होंने कहा कि वह अगले तीन दिनों तक पवित्र त्रिवेणी संगम में स्नान करेंगी और अपने पूर्वजों के नाम तर्पण अर्पित करेंगी। इस दौरान सुधा मूर्ति महाकुंभ के प्रबंधन को लेकर बेहद खुश नजर आईं और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए लंबी उम्र की दुआ की।

तीन दिन का व्रत और तर्पण अर्पित करने का संकल्प

सुधा मूर्ति ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने तीन दिन का व्रत लिया है। वह अपने मातृपिता और दादी-नानी के नाम पर तर्पण अर्पित करना चाहती हैं, क्योंकि वे इस मौके पर यहां नहीं आ पाए थे। सुधा मूर्ति ने बताया कि वह कर्नाटका से आई हैं और उनके परिवार के लोग इस समय यहां आने में असमर्थ थे। उन्होंने यह भी कहा कि तर्पण अर्पित करने के लिए उन्होंने तीन दिन के व्रत का संकल्प लिया है, जिसमें वह हर दिन पवित्र त्रिवेणी संगम में स्नान करेंगी और तर्पण अर्पित करेंगी।

योगी आदित्यनाथ के लिए दी लंबी उम्र की कामना

सुधा मूर्ति ने महाकुंभ के आयोजन और व्यवस्थाओं की तारीफ करते हुए कहा, “ईश्वर और गंगा मईया के आशीर्वाद से मुझे महाकुंभ में भाग लेने का अवसर मिला है। यहां की व्यवस्थाएं बहुत शानदार हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पुलिस और अन्य विभागों ने जो सुरक्षा इंतजाम किए हैं, वह सराहनीय हैं। उन्होंने कहा कि यह आयोजन निशुल्क है और हर किसी को यहां आकर स्नान करने का अवसर मिल रहा है। भगवान योगी जी को लंबी उम्र दे।”

महाकुंभ में अब तक लाखों श्रद्धालुओं ने लिया स्नान

प्रयागराज महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी से हुई थी और अब तक करोड़ों श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया है। यह महाकुंभ मेला 26 फरवरी तक चलेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार ने इस आयोजन की सुरक्षा व्यवस्था को बहुत मजबूत किया है। इस आयोजन में पुलिस के हजारों जवानों और पैरामिलिट्री फोर्सेस की तैनाती की गई है, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। इसके अलावा, ड्रोन की मदद से महाकुंभ की निगरानी की जा रही है।

Maha Kumbh 2025: "भगवान योगी जी को दीर्घायु दे," महाकुंभ के इंतजामों को देखकर सुधा मूर्ति का बयान

महाकुंभ के प्रबंधन में सरकार की भूमिका

महाकुंभ भारत के सबसे बड़े धार्मिक मेलों में से एक है और इसका आयोजन लाखों श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस आयोजन के सफल संचालन के लिए पहले से ही पर्याप्त इंतजाम किए हैं। विशेष रूप से सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। अधिकारियों का कहना है कि महाकुंभ में हर प्रकार की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निगरानी की जा रही है।

महाकुंभ के महत्व पर सुधा मूर्ति का विचार

सुधा मूर्ति ने महाकुंभ के आयोजन के महत्व को भी बताया। उन्होंने कहा, “महाकुंभ जैसे धार्मिक आयोजनों का भारतीय संस्कृति और धर्म में विशेष स्थान है। यह न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह लोगों के बीच सांप्रदायिक सौहार्द और एकता को भी बढ़ावा देता है। यहां एकत्र हुए लोग न सिर्फ स्नान करने के लिए आते हैं, बल्कि वे यहां मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति के लिए भी आते हैं।”

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना

सुधा मूर्ति ने महाकुंभ की व्यवस्थाओं के बारे में भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना की। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार ने महाकुंभ के आयोजन को सुव्यवस्थित तरीके से आयोजित किया है। सुरक्षा, स्वच्छता, यातायात व्यवस्था और अन्य सुविधाओं के क्षेत्र में योगी सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ रहा है।

महाकुंभ के दौरान दी जा रही सुविधाएं

महाकुंभ में श्रद्धालुओं के लिए कई प्रकार की सुविधाएं दी जा रही हैं, जैसे कि मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं, भोजन, और ठहरने के स्थान। इसके अलावा, महाकुंभ क्षेत्र में सार्वजनिक शौचालय, जल आपूर्ति, और शांति बनाए रखने के लिए पुलिस की तैनाती भी की गई है। इन व्यवस्थाओं का उद्देश्य श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुख-सुविधाओं का ध्यान रखना है।

महाकुंभ की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर

महाकुंभ न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर का भी प्रतीक है। महाकुंभ में विभिन्न प्रकार के धार्मिक अनुष्ठान, भजन-कीर्तन, और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं, जो श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक रूप से शांति और उन्नति का अनुभव कराते हैं।

महाकुंभ 2025 एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है, जो करोड़ों श्रद्धालुओं को एक साथ जोड़ता है। इस आयोजन में पवित्र त्रिवेणी संगम में स्नान करना लाखों लोगों के लिए एक आस्था और विश्वास का प्रतीक है। सुधा मूर्ति जैसे महान व्यक्तित्वों द्वारा महाकुंभ के प्रबंधन की सराहना और योगी आदित्यनाथ की दीर्घायु की कामना इस आयोजन के महत्व को और बढ़ाती है। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का उत्सव है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और एकता का प्रतीक भी है।

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